Gujarat News : गुजरात के वडोदरा की हरणी झील में गुरुवार को एक नाव के पलट जाने से 12 स्कूली बच्चों और दो शिक्षकों की मौत हो गई। ये सभी लोग हरणी झील पर पिकनिक मनाने आए थे। पुलिस ने इस हादसे में 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में भी ले लिया है। बाकी सभी लोग फरार बताए जा रहे हैं।
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दरअसल गुजरात के वडोदरा शहर में नगर निगम के आधीन आने वाली हरणी झील में नाव के पलटने से 18 जनवरी की शाम 12 छात्रों और 2 शिक्षकों समेत कुल 14 की मौत हो गई थी। पुलिस की जांच में सामने आया है, कि नाव में बैठने की अधिकतम क्षमता से दोगुना से भी ज्यादा लोग बैठाए गए थे।
18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
गुजरात के वडोदरा स्थित हरणी झील में गुरुवार को पिकनिक मनाने गए स्कूली छात्रों से भरी नाव पलट गई, जिससे 14 छात्रों और दो शिक्षकों की मौत हो गई। नाव में क्षमता से अधिक छात्रों को बैठाया गया था। इसके साथ ही उन्हें लाइफ सेविंग जैकेट भी नहीं पहनाई गई थी। साथ ही जांच में सामने आया है कि इस नाव में इसकी अधिकतम क्षमता 14 लोगों की थीं। लेकिन इस नाव में 31 लोगों को बैठाया गया। इस नाव में 27 छात्रों के साथ स्कूल के 4 शिक्षक शामिल थे। पुलिस ने हादसे के बाद हरणी झील में बोटिंग के संचालन से जुड़े कुल 18 लोगों के खिलाफ स्थानीय थाने में मामला दर्ज किया है।
केंद्र और राज्य सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर कहा कि दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदना शोक संतप्त स्वजन के साथ है। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करे। पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये, जबकि घायलों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
वहीं, राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये और घायलों को 50 हजार के मुआवजे की घोषणा की है। इस मामले के आरोपितों की गिरफ्तारी का दावा किया गया है। राज्य सरकार ने जिलाधिकारी से 10 दिन के अंदर जांच कर इसकी विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
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15 लोगों की क्षमता वाली नाव में बैठे थे 31 लोग
वडोदरा के न्यू सनराइज स्कूल के छात्र गुरुवार को हरणी झील पर पिकनिक मनाने गए थे। पंद्रह लोगों की क्षमता वाली एक नाव में 23 छात्रों और चार शिक्षकों को बैठा दिया गया। एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं। इस झील में नाव चलाने का ठेका वडोदरा महानगरपालिका ने परेश शाह नामक व्यक्ति को दिया था। परेश ने अपनी तरफ से नाव चलाने का कांट्रैक्ट नीलेश जैन को दिया था। नीलेश ने किसी तीसरे व्यक्ति को यह काम सौंप रखा था। प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि दो नाव में सवार होकर छात्र झील में गए थे। कहा गया है कि एक नाव किनारे पर लौट आई, जबकि दूसरी नाव पलट गई।
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